छत्तीसगढ़ 29 जुलाई 2022

छत्तीसगढ़ में हरेली पर्व महिलाओं के लिए दिवाली की तरह रहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 28 जुलाई को सीएम निवास कार्यालय में आयोजित हरेली तिहार के मौके पर राज्य के गौठानों से जुड़ी जैविक खाद उत्पादक महिला स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहन राशि (बोनस) का चेक वितरित किया.मुख्यमंत्री ने कहा कि समूह की महिला बहनों ने अपनी लगन और मेहनत से स्वावलंबन की एक नई मिसाल कायम की है. महिला बहनों की मेहनत का ही यह परिणाम है कि उन्हें जैविक खाद के विक्रय के एवज में मिलने वाले लाभांश के अतिरिक्त प्रति किलो एक रुपया की दर से यह अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.


मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 7442 महिला स्व-सहायता समूहों को 17 करोड़ रुपये और सहकारी समितियों को 1.70 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की. मुख्यमंत्री बघेल की अध्यक्षता में 7 जुलाई 2022 को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में जैविक खाद का निर्माण कर रहीं महिला स्व-सहायता समूहों को 7 जुलाई 2022 तक बिक चुकी जैविक खाद की प्रति किलो मात्रा पर एक रुपये तथा प्राथमिक सहकारी समितियों को 10 पैसे की दर से प्रोत्साहन (बोनस) राशि देने का निर्णय लिया गया था.

किन्हे कितनी राशि मिलेगी

राज्य के कई ऐसे महिला स्व-सहायता समूह हैं, जिन्हें 2 लाख रुपये से लेकर 21 लाख रुपये तक की राशि बोनस के तौर पर मिली है. राज्य के शहरी क्षेत्र के जैविक खाद उत्पादक स्व-सहायता समूहों में राजनांदगांव स्वच्छ शहरी महासंघ को सर्वाधिक 21 लाख 13 हजार 270 रुपये का बोनस मिला है. इसी तरह स्वच्छ अंबिकापुर मिशन सिटी लेबल फेडरेशन 20 लाख 6 हजार 995 रुपये, स्वच्छ मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र स्तरीय संघ को 9 लाख 80 हजार 702 रुपये, एकता क्षेत्र स्तरीय संघ सिमगा को 7 लाख 1 हजार 624 रुपये, मां दुरपता समूह गंडई को 6 लाख 37 हजार 978 रुपए, मां मरियम स्व-सहायता समूह रायपुर को 5 लाख 91 हजार 270 रुपये बोनस के रूप में मिला है.

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