रायपुर, 23 अक्टूबर 2024 – जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ओडिशा के अंगुल में अपनी पहली सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट का उद्घाटन किया है। 15 लाख टन प्रति वर्ष (1.5 एमटीपीए) क्षमता वाली इस यूनिट का उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल “ग्रीन सीमेंट” का उत्पादन करना है। इस सीमेंट यूनिट में जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के अंगुल स्थित स्टील प्लांट से निकलने वाले 10 लाख टन ब्लास्ट फर्नेस स्लैग का उपयोग किया जाएगा, जो कम कार्बन उत्सर्जन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।(Jindal panther cement)
इस यूनिट के संचालन से जेपीसी उद्योग जगत में सबसे कम क्लिंकर उपयोग करने वाली इकाइयों में से एक बन गई है, जिससे कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। कंपनी का लक्ष्य पूर्वी और मध्य भारत में उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाला पोर्टलैंड स्लैग और मिश्रित सीमेंट उपलब्ध कराना है।(Jindal panther cement)
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ग्रीन सीमेंट की ओर कदम
जिन्दल पैंथर सीमेंट, जेएसपी द्वारा उत्पादित अपशिष्ट को पुनः उपयोग में लाकर कार्बन फुटप्रिंट कम करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके जरिए न केवल पर्यावरण अनुकूल सीमेंट का उत्पादन होगा, बल्कि स्थायी औद्योगिक प्रथाओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
भविष्य की योजनाएं
जेपीसी ने रायगढ़ और अंगुल में अपनी उत्पादन क्षमता को 70 लाख टन प्रतिवर्ष तक बढ़ाने की योजना बनाई है, जिसमें 2160 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके साथ ही, जिन्दल पैंथर ब्रांड के तहत एक ही स्थान पर स्टील और सीमेंट जैसी निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। इस कदम से ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी दरों पर सुविधाजनक निर्माण सामग्री प्राप्त होगी।
जिन्दल पैंथर सीमेंट के सीईओ का बयान
इस अवसर पर जेपीसी के सीईओ श्री रोहित वोहरा ने कहा, “हमारा लो-कार्बन सीमेंट पूर्वी भारत में बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ हरित धरती के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा।”