रायपुर. प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करने वाले एक मजदूर वहां लगी गर्म पानी के पाईप के फट जाने से करीब 80 प्रतिशत तक झुलस गया, 1 महीने आईसीयू और करीब डेढ़ महीने ओम हॉस्पिटल में इलाज कराने के बाद अब स्वस्थ्य है और अस्पताल से उसे डिस्चार्ज किया गया.

ओम हॉस्पिटल के डायरेक्टर और प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल बताते है कि इस मजदूर के इलाज में लगभग 20 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन अस्पताल में ईएसआईसी से उसका पूरा इलाज हुआ और मरीज को अस्पताल में कोई भी राशि नहीं लगी.


उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से जले मरीज में शुरूआती 24 से 48 घंटे काफी महत्वपूर्ण होते है. इसलिए मरीज को चाहिए की जले मरीज प्लास्टिक सर्जन से ही अपना पूरा इलाज करवाना चाहिए. डॉ कमलेश अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में विशेष बर्न यूनिट है, जहां विशेष ट्रेंड नर्सिंग स्टॉफ मौजूद है, जो 24 घंटे मरीजों का ख्याल रखते है

By Ankit

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