फिंगेश्वर नगर के राजमहल परिसर स्थित फुलवारी प्रांगण में 23 दिसंबर से प्रारंभ हुए संगीतमय भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ को ग्रामीणों का जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। दोपहर 2 बजे से देर शाम 6 बजे तक आयोजित धर्म सभा में नगर एवं आसपास के गांवों से भारी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।(Bhagwat katha in rajim)
सप्ताह के द्वितीय दिवस पर वृंदावन से पधारे भागवताचार्य पंडित सुरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विशाल पंडाल में उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि, “भागवत महापुराण जीवन जीने की कला सिखाता है। इसे सुनने से जीवन की समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है।(Bhagwat katha in rajim)
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उन्होंने आधुनिक परिवेश में युवाओं की मानसिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, “आज की युवा पीढ़ी अपनी प्राचीन संस्कृति और सभ्यता से विमुख होकर भ्रमित हो रही है। आत्महत्या जैसे कदम उठाने से बचने और जीवन को सार्थक बनाने के लिए भागवत महापुराण की कथाओं को जीवन में अपनाना चाहिए।
कार्यक्रम के प्रति ग्रामीणों की आस्था और श्रद्धा के कारण इस धार्मिक आयोजन का भव्य स्वरूप देखने को मिल रहा है।