छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक फूड इंस्पेक्टर ने ऐसा कुछ कर दिया जिसकी चर्चा अब हर जगह हो रही है। दरअसल, फूड इंस्पेक्टर अपने दोस्तों के साथ बांध गए थे पार्टी करने… इस दौरान उनका महंगा मोबाइल बांध में गिर गया। फिर क्या था इंस्पेक्टर ने बांध में पंप लगाकर पूरे बांध से 21 लाख लीटर पानी बहा दिया। इतने पानी मे तो पूरे डेढ़ हजार एकड़ में सिंचाई की जा सकती थी। इतना ही नहीं इस भीषण गर्मी में जहां मवेशियों को पानी नहीं मिल रहा, कई लोग बिना पानी के रह रहे है। ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में पानी की बर्बादी… अब फूड इंस्पेक्टर के इस कारनामे की हर जगह चर्चा हो रही है। और इस कारनामे के लिए फूड इंस्पेक्टर को चुकानी पड़ी भारी कीमत आखिर मोबाइल में ऐसा क्या था कि फूड इंस्पेक्टर ने पूरे बांध को ही खाली करा दिया?(food inspector from Chhattisgarh)
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मोबाइल खोजने के लिए बांध का पानी खाली कराने वाले फूड इंस्पेक्टर को कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने सस्पेंड कर दिया है. साथ ही, जल संसाधन विभाग के एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बता दें कि फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास का मोबाइल परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर में गिर गया था. इसे खोजने के लिए कई हजार लीटर पानी खाली करा दिया था. इसे लेकर प्रशासन की काफी आलोचना होने लगी थी. देखें कलेक्टर का आदेश.(food inspector from Chhattisgarh)
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आपको बता दें कि 22 मई की शाम से डैम में पंप लगाकर लाखों लीटर पानी बेवजह बहा दिया। ये बात जब फैली तब सिंचाई अफसर के कान खड़े हुए और मौके पर जाकर पंप को बंद करवाया गया। हालांकि जब तक डेढ़ हजार एकड़ पानी बह चुका था। इतनी मशक्कत के बाद गुरुवार को साहब का फोन तो मिल गया, लेकिन बंद हालत में मिला और मोबाइल काम भी नहीं कर रहा था।(food inspector from Chhattisgarh)
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इधर जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि नियमानुसार 5 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी थी, लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया, जो चौबीस घंटे तक चला। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 4 फीट पर आ गया। उन्होंने कहा कि उन्हें धोखे में रखकर इतना पानी बहाया गया।
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मोबाइल में ऐसा क्या था?
वहीं फूड इंस्पेक्टर ने कहा कि फोन में विभागीय जानकारी थी। इसलिए यह कदम उठाया, लेकिन पानी में रहने के कारण उनका फोन बंद हो गया है। ऐसी लापरवाही के लिए फूड इंस्पेक्टर को फूड इंस्पेक्टर को चुकानी पड़ी भारी कीमत।