बागेश्वर धाम में आए लोगों को दिव्य दरबार के लिए पहले पर्ची कटवानी पड़ती थी। हालांकि इस पर्ची के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता था। पर्ची कटने के बाद ही लोग बाबा के सामने दिव्य दरबार में जाते थे। इनके नंबर आने के बाद इनकी अर्जी बागेश्वर बालाजी के दरबार में लगती थी। इसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इनकी पर्ची लिखते थे। इसमें आज से बदलाव हो गया है। अब दिव्य दरबार के लिए कोई पर्ची नहीं कटेगी। बागेश्वर धाम में तीन घंटे की सामूहिक दिव्य दरबार लगेगी। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद इसकी जानकारी दी है।(Bageshwar Dham Dhirendra Krishna)
उन्होंने कहा है कि अब धाम पर टोकन व्यवस्था को निरस्त किया जा रहा है। बालाजी से मुझे ऐसी प्रेरणा लगी है कि इसके बाद आपको टोकन नंबर की जरूरत नहीं है। बागेश्वर धाम में रहने पर हर दिन पर्चा बनेगा। उन्होंने कहा है कि बागेश्वर धाम में अब तीन घंटे का सामूहिक दरबार लगेगा। साथ ही भभूति और सामूहिक अर्जी भी लगेगी। धाम आने वाले सभी लोगों को आशीर्वाद मिलेगा। ऐसे में जिनके ऊपर उनकी विशेष कृपा रहेगी, उनका पर्चा निकलेगा।(Bageshwar Dham Dhirendra Krishna)
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दरअसल, बागेश्वर धाम में जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री रहते हैं तो वहां हजारों की संख्या में हर दिन श्रद्धालु आते हैं। बाबा के दिव्य दरबार में शामिल होने के लिए लोगों को पर्ची कटवानी पड़ती है। ऐसे में कई लोगों को भीड़ की वजह से मौका नहीं मिलता है। कई महीने तक इंतजार के बाद भी उन्हें दिव्य दरबार में मौका नहीं मिलता। भक्तों की सुविधा को देखते हुए बागेश्वर सरकार ने टोकन सिस्टम को बंद कर दिया है। अभ वह सार्वजनिक रूप से दिव्य दरबार लगाएंगे, जहां सभी लोगों से मिलेंगे।
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पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पहल बागेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं को राहत देने वाली है। बताया जाता है कि बागेश्वर धाम में सबसे ज्यादा भक्तों की भीड़ शनिवार और मंगलवार को उमड़ती है। बालाजी के दरबार में इसी दिन अर्जी लगाई जाती है।