छत्तीसगढ़ की विष्णु देव सरकार ने हाल ही में राज्य की औद्योगिक विकास नीति 2024-30 का अनावरण किया, जिसमें पहली बार पर्यटन क्षेत्र को विशेष रूप से शामिल किया गया है। इस पहल का उद्देश्य पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर इसे आर्थिक विकास का एक प्रमुख हिस्सा बनाना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया, जो राज्य के पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा देगा।(Chhattisgarh industrial policy 2024)
Read more : बाल दिवस पर बालको का सात दिवसीय पुस्तक महोत्सव: पढ़ने के प्रति उत्साह और शिक्षा का जश्न
टूरिज्म विभाग के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य के नेतृत्व और पर्यटन विभाग के सचिव के विशेष प्रयासों से यह सुनिश्चित किया गया कि नई औद्योगिक नीति में पर्यटन को प्राथमिकता दी जाए। प्रबंध संचालक ने इस औद्योगिक नीति को आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे न केवल छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार और निवेश के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
नीति के तहत पर्यटन को मिलने वाले लाभ :
औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन: इस नीति के तहत, एंज्यूमेंट पार्क, वॉटर पार्क, एडवेंचर पार्क, होटल, रिसॉर्ट, कनेक्शन सेंटर, म्यूजियम, ईको टूरिज्म केंद्र, हेल्थ वेलनेस सेंटर और होम स्टे सेवाओं के लिए न्यूनतम स्थाई पूंजी निवेश पर विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा।(Chhattisgarh industrial policy 2024)
पर्यटन स्थलों का विकास : इस नीति का उद्देश्य राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों का समग्र विकास करना और निवेशकों को आकर्षित करना है।
रोजगार के अवसर : पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने से निवेश में वृद्धि होगी, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और स्थानीय समुदायों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
बस्तर क्षेत्र में पर्यटन का विकास
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में चित्रकोट में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक टूरिज्म कॉरिडोर बनाने की योजना पर चर्चा की गई। इस बैठक में बस्तर क्षेत्र के चिन्हित पर्यटन स्थलों के विकास के लिए रणनीतियों पर विचार किया गया। इसके अतिरिक्त, एनएमडीसी द्वारा बस्तर में एक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण पर भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सौर समाधान और मनो बस्तर ऐप का लॉन्च किया और सौर ऊर्जा चलित पॉवर बैंक का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा कांगेर घाटी के धूड़मारास गांव के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। धूड़मारास का चयन 60 देशों के 20 सर्वश्रेष्ठ गांवों में हुआ, जो छत्तीसगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
छत्तीसगढ़ पर्यटन का भविष्य
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति से छत्तीसगढ़ का पर्यटन क्षेत्र एक नए युग में प्रवेश करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस पहल से राज्य पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय और स्थानीय पर्यटकों को आकर्षित करने में सफलता मिलेगी। राज्य के पर्यटन क्षेत्र का उन्नयन और इसे औद्योगिक विकास का हिस्सा बनाना सभी के लिए गर्व का विषय है।
यह नई औद्योगिक नीति राज्य को न केवल पर्यटन के क्षेत्र में प्रगति की दिशा में ले जाएगी बल्कि इसे आर्थिक विकास के एक नए केंद्र के रूप में भी स्थापित करेगी