दिनांक 31 जुलाई 2022
पात्रा चॉल घोटाले को लेकर ईडी ने करीब 9 घंटों की पूछताछ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया गया.मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में आज सुबह ही प्रवर्तन निदेशालय की टीम शिवसेना सांसद संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर पहुंची थी. (ED)का कहना है यह पूरा मामला 1,000 करोड़ से ज्यादा का है।
दरअसल,पत्राचॉल भूमि घोटाला मामले में दो बार बुलाने पर भी संजय राउत ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद पूछताछ के लिए ईडी की टीम आज सुबह-सुबह उनके घर पर पहुंच गई. ईडी की टीम ने करीब पांच घंटे तक घोटाले से जुड़े दस्तावेज खंगाले. इस दौरान अधिकारियों द्वारा संजय राउत से कई दस्तावेज मांगे गए, जिसकी एक चेक लिस्ट भी उन्हें सौंपी गई.
क्या है पूरा मामला?
संजय राउत की पत्नी वर्षा और स्वप्ना के पास अलीबाग में एक जमीन थी जिसे उनके संयुक्त नाम से खरीदा गया था. ईडी को संदेह है कि स्वप्ना पाटकर के अलग रह रहे पति सुजीत पाटकर के जरिए, गिरफ्तार कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल धोखाधड़ी से डायवर्ट किए गए पैसे से जमीन खरीदी थी. प्रवीण राउत संजय राउत के दोस्त हैं.
क्या है ईडी का आरोप?
अप्रैल में ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा के स्वामित्व वाले मुंबई में एक फ्लैट और अलीबाग भूमि को कुर्क किया था. ईडी ने आरोप लगाया था कि इन संपत्तियों को प्रवीण राउत द्वारा डायवर्ट किए गए पैसे से खरीदा गया था. वहीं स्वप्ना पाटकर के परिसरों में हाल की तलाशी के दौरान, ईडी को अलीबाग की जमीन के दस्तावेज मिले. इससे पहले ईडी को दिए अपने बयान में स्वप्ना ने बताया कि उनके नाम का इस्तेमाल जमीन खरीदने के लिए किया गया था, हालांकि उस पर उनका कोई स्वामित्व अधिकार नहीं था और भूमि पार्सल का स्वामित्व संजय राउत के पूर्ण नियंत्रण में है.