छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रजगामार चौकी क्षेत्र अंतर्गत भलसीडीह गांव में बालको के रिटायर्ड कर्मचारी की शनिवार को फॉर्म हाउस में हत्या कर दी गई है. अज्ञात हमलावरों ने टांगी से वार कर बुजुर्ग की हत्या की है. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस, डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंच चुकी है. फिलहाल, शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस घटनास्थल की जांच कर रही है.(Korba district of Chhattisgarh)

 

 

 

 

 

दरअसल, 73 वर्षीय बालेश्वर चौबे बालकों का रिटायर्ड कर्मचारी था. वह फर्नेश सेक्शन में काम करता था और 2005 में रिटायर हुआ था. बालेश्वर चौबे को तीन बेटे और एक बेटी है. बेटी की शादी हो चुकी है, बड़ा बेटा केदारनाथ चौबे निजी कंपनी में काम करता है. दूसरा बेटा राजेश चौबे का खुद का टेंट हाउस है. तीसरा बेटा पुष्पेंद्र चौबे है. दो बड़े बेटे कोरबा के ढोढीपारा बस्ती में रहते हैं. वहीं छोटा बेटा बिहार के अररिया जिले में ही रहकर खेती किसानी का काम करता है. मृतक बालेश्वर का परिवार बिहार के अररिया जिला चौबेटोला थाना भोरे का रहने वाला है.(Korba district of Chhattisgarh)

 

 

 

 

बेटे ने देखी लाश

बालेश्वर चौबे का भलसीडीह गांव के अंदर जंगल किनारे झोरखी फार्म हाउस है. पत्नी के निधन के बाद वह यहां अकेले ही रहता था. उससे मिलने के लिए बेटे-बेटी आते जाते रहते थे. शनिवार को भी उसका बेटा राजेश चौबे अपने पिता से मिलने के लिए फार्म हाउस आया था, लेकिन यहां उसकी लहूलुहान लाश मिली. बालेश्वर चौबे की लाश फॉर्म हाउस के किचन के पास पड़ी हुई थी. इसकी जानकारी उसने तत्काल राजगामार पुलिस चौकी को दी. इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटना की तफ्तीश में जुट गई है.(Korba district of Chhattisgarh)

 

 

 

 

 

जांच में जुटी पुलिस

जानकारी के मुताबिक, मृतक बालेश्वर चौबे ने 1991 में भलसीडीह गांव में 2 एकड़ जमीन लेकर फार्म हाउस बनवाया था. यहां उसने कुछ मवेशी भी पाल रखे थे. फार्म हाउस में सागौन बाड़ी और फलदार पेड़ भी लगे हुए हैं, जिसकी देखरेख वह खुद करता था. बालको से रिटायरमेंट के बाद वह यहीं रहा करता था. राजगामार चौकी प्रभारी राजेश चंद्रवंशी ने बताया कि बालेश्वर चौबे के सिर पर टांगी से हमला कर उसकी हत्या की गई है. अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल, परिवार और परिचितों के बयान लिए जा रहे हैं. मुखबिरों को भी एक्टिव किया गया है.

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