प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात की 100वीं कड़ी का रविवार 30 अप्रैल को सुबह 11 बजे बालोद के बुधवारी बाजार से लाइव प्रसारण होगा। देश के 12 स्थानों से लाइव प्रसारण होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के जिला बालोद का चयन किया गया है। कार्यक्रम संयोजक प्रितेश गांधी ने बताया कि डीडी न्यूज की टीम पहुंच गई है। बुधवारी बाजार चौक पर वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया है। बारिश को देखते हुए 2000 छातों की भी व्यवस्था की गई है। मन की बात कार्यक्रम को प्रदेश के दस हजार स्थानों पर सुना जाएगा, जिसमें करीब 10 लाख लोगों के सुनने की व्यवस्था की गई है।(Modi Mann Ki Baat)
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भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि मन की बात आकाशवाणी व अन्य माध्यमों से प्रसारित किया जाने वाला एक अत्यंत ही लोकप्रिय कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री देश की जनता से सीधे संवाद करते हैं। प्रदेश में इस कार्यक्रम के लिए बड़ी तैयारी कर ली गई है। 30 अप्रैल को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम को शहर से लेकर गांव तक लोगों के बीच सुना जाएगा। लोगों को हर एपिसोड का इंतजार रहता है। मन की बात को शहर से लेकर गांव तक लोगों के बीच सुना जाएगा। कार्यक्रम का प्रसारण 52 भाषाओं एवं बोलियां में होगा, जिसमें 11 विदेशी भाषाएं शामिल हैं। साव ने कहा कि मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश और आम जनता की बात की है। इसमें वैज्ञानिक उपलब्धियां, आम नागरिकों के किस्से, सशस्त्र बलों की वीरता, पर्यावरण, स्वास्थ्य, मिलेट आदि पर चर्चा हुई। अब तक 100 करोड़ जनता मन की बात सुन चुकी है, वहीं 23 करोड़ जनता नियमित रूप से कार्यक्रम को सुनती है।(Modi Mann Ki Baat)
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड के लिए भाजपा के केंद्रीय संगठन ने हर राज्य से वरिष्ठ नेताओं को अतिथि बनाया, लेकिन छत्तीसगढ़ के किसी भी नेता को इस सूची में शामिल नहीं किया गया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिका में हैं। इसके साथ ही कई आदिवासी नेता राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं। बावजूद इसके किसी को जिम्मेदारी नहीं मिलने से प्रदेश के नेताओं को झटका लगा है। भाजपा केंद्रीय संगठन ने 18 राज्य के पार्टी पदाधिकारियों के मुख्य अतिथि बनने की सूची जारी की। इस सूची में छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के पदाधिकारियों के नाम शामिल हैं। सबसे ज्याद उत्तर प्रदेश के नेताओं को सूची में शामिल किया गया है।