रायपुर :- रायपुर में नगरीय निकाय चुनाव के दिन दिनदहाड़े करीब 20 मिनट के अंदर 65 लाख की डकैती की वारदात हुई है। यह डकैती खम्हारडीह थाना इलाके के अनुपम नगर में हुई। डकैत कमांडो ड्रेस पहनकर घर के भीतर घुसे। बुजुर्गों को पिस्टल अड़ाकर बंधक बना लिया। फिर डराने के लिए नकली इंजेक्शन लगाया। इस दौरान उन्होंने लाल सलाम कहते हुए कहा कि हल्ला किया तो घर को बम से उड़ा देंगे। इस डकैती का हैरान करने वाला पहलू यह है कि बीएसएफ से रिटायर्ड सुबेदार ने साजिश रचा था। और एक गलती की वजह से सब के सब पकड़े गए।
पुलिस ने धरदबोचा
राजधानी के अनुपम नगर में 11 फरवरी को डकैती के आरोपियों को 24 घंटे के भीतर पुलिस ने धरदबोचा। नागपुर के 2 अंतर्राज्यीय आरोपी एवं 1 महिला सहित 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से डकैती की नगदी रकम 59 लाख 50 हजार रुपये, सोने के आभूषण तथा घटना में प्रयुक्त दो कार जब्त किया है। पुलिस के मुताबिक वारदात का मुख्य आरोपी ए. सोम शेखर बीएसएफ से सूबेदार के पद से वर्ष 2011 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लिया है तथा वर्तमान में रियल हेल्प नामक एनजीओ. से जुड़ा है। साथ ही जमीन दलाली का भी कार्य करता है।
डकैती के बाद पैसों को आपस में बांटा गया। फिर सभी फरार हो गए थे। लेकिन डकैतों की एक गलती ने सभी को फंसा दिया। इस मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को पुलिस ने दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, रायपुर, बिलासपुर और महाराष्ट्र के नागपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से डकैती की 59.50 लाख रुपए जब्त कर लिए है।
पीड़िता की बहन ने बनाई थी योजना
इस पूरे मामले में रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा कि इस मामले में पीड़िता की एक बहन ने रिटायर्ड फौजी के साथ मिलकर योजना बनाई थी। जमीन बेचने के बाद जो रुपए घर पर रखे हुए थे। उसे पीड़ित परिवार लगातार खर्च कर रहे थे। जिससे उस बहन को चिंता थी कि इसी तरह सारे पैसे खत्म हो जाएंगे। वह एक NGO के माध्यम से सोम शेखर से मिली थी। दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी। उसने शेखर को पैसों की पूरी जानकारी दी थी।रायपुर डकैती कांड में पीड़िता की सगी बहन का दोस्त रिटायर्ड फौजी इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड निकला है। BSF के रिटायर्ड फौजी ने सुपारी देकर इस पूरी डकैती को अंजाम दिया है। वारदात के लिए तीन अलग-अलग लेयर में आरोपी थे। पहले लेयर में मास्टरमाइंड और उसके करीबी दोस्त, दूसरे लेयर में उनके परिचित, तीसरे लेयर में नागपुर से आए हुए सहयोगी थे।
पकड़े गए दस आरोपी
ए. सोम शेखर, उम्र 56 साल, निवासी, रायपुर
अजय ठाकुर, उम्र 38 साल, निवासी जिला दुर्ग
राहुल त्रिपाठी, उम्र 43 साल, निवासी जिला राजनांदगांव, मूल रूप से जिला गोरखपुर (उ.प्र.)
नेहा त्रिपाठी (राहुल त्रिपाठी की पत्नी), उम्र 41 साल, निवासी जिला राजनांदगांव, मूल रूप से जिला गोरखपुर (उ.प्र.)
देवलाल वर्मा, उम्र 45 साल, निवासी रायपुर
पुरूषोत्तम देवांगन, उम्र 33 साल, निवासी जिला बलौदाबाजार
शाहिद पठान, उम्र 36 साल, निवासी महाराष्ट्र
पिंटू सारवान, उम्र 23 साल, जिला बेमेतरा, वर्तमान पता महाराष्ट्र
मनुराज मौर्य, उम्र 31 साल, निवासी जिला बिलासपुर
कमलेश वर्मा, उम्र 31 साल, निवासी रायपुर