छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुरुवार को खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग के अफसरों ने रेड मारी एक छोटे से दिखने वाले मेडिकल स्टोर के भीतर फैक्ट्री चल रही थी। आपको बता दें कि रायपुर के कई इलाकों पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम में छापे की कार्रवाई की इस दौरान करीब 4 जगहों से 10 करोड़ की फर्जी और मिलावटी दवाएं मिलीं हैं। इन्हें आयुर्वेदिक और स्वास्थ्यवर्धक बताकर बेचा जा रहा था।(fake drug factories in the capital Raipur)
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इन चार जगहों पर मिली नकली दवाइयां
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने 4 जगहों पर छापेमार कार्रवाई की थी। जिनमें बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी (रायपुर) से लगभग 12 लाख 66 हजार गोलियां जब तक की है जिसकी कीमत लगभग ₹ 2 करोड़ 95 लाख बताई जा रही है। वहीं प्रशासन ने याशिका ट्रेडिंग एवं मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड (रायपुर) से 3 हजार 960 गोलियां जिसकी कीमत लगभग 92 हजार रुपए, याशिका ट्रेडिंग वेयर हाउस (रायपुर) 3 हजार 973 बोतल की कीमत लगभग 28 लाख रुपए और शारदा मेडिकल स्टोर (सिमगा) से कुल 5 करोड़ रुपए नकली या मिश्रण की हुई दवाइयां औषधि विभाग ने जब्त की हैं।(fake drug factories in the capital Raipur)
इन सभी मेडिकल स्टोर और एजेंसियों में बड़े पैमाने पर नकली, मिलावटी दवाएं बनाने के साथ ही उन्हें पैंकिंग करने की मशीनें भी बरामद हुई है। इन संस्थानों से मिली दवाईयों का शासकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में जांच कराया गया।(fake drug factories in the capital Raipur)
बताया जा रहा है कि विभिन्न बीमारियों के नाम से युर्वेदिक दवाएं बताकर नकली और मिलावटी दवाओं को खपाने का खेल लंबे समय से राजधानी और आसपास के इलाकों में चल रहा था। इन दवाओं का स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है। फिलहाल मामले में संचालकों के खिलाफ एफआईआर कराने की तैयारी चल रही है।