पटवारियों की हड़ताल की वजह से लोग परेशान हैं और न तो संघ झुकने के लिए तैयार है और न ही प्रशासन की ओर से काेई पहल की जा रही है। इसी बीच एस्मा लगाए भी चार दिन बीत चुके हैं और कलेक्टरों द्वारा दिया गया 24 घंटे का अल्टीमेटम भी खत्म हो गया है। ऐसे में साेमवार तक अगर पटवारी काम पर नहीं लौटते हैं, तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।(Chattishgarh patwari strike update)
Read more:30 जून को छत्तीसगढ़ आएंगे जेपी नड्डा,जनसभा को करेंगे संबोधित
सरकार की हिदायत- पटवारी प्रतिवेदन की वजह से न अटकाएं कोई भी काम
इसी बीच रायपुर जिले सहित प्रदेशभर में अब पटवारियों के खिलाफ सख्ती शुरू हो गई है। राजधानी के माना-तूता में चल रहे इनके प्रदर्शन को कुचलने के लिए पंडाल हटाने की चेतावनी दी गई है और 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने की हिदायत एक बार फिर एसडीएम द्वारा दिए गए हैं। जबकि दुर्ग जिले में तो एफआइआर करने भी जानकारी मिल रही है।(Chattishgarh patwari strike update)
Read more:अब, छत्तीसगढ़ में हाथियों को ट्रैक करने और ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए एआई-आधारित ऐप
कलेक्टरों का अल्टीमेटम भी खत्म
साथ ही प्रवेश, भर्ती सहित युवाओं के कार्य को देखते हुए सामान्य प्रशासन ने आदेश जारी कर आय, जाति सहित आनलाइन रिकार्ड के लिए पटवारी प्रतिवेदन पर निर्भर नहीं रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानियां न हों। वहीं, प्रशासन की ओर से इन्हें चर्चा करने के लिए नहीं बुलाया जा रहा है और न ही पटवारी संघ झुकने के मूड में दिखाई दे रहा है। इसी बीच पिछले 27 दिनों से चल रहे इस प्रदर्शन की वजह से लाेग तहसील और पटवारी कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।