दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव(Chhattisgarh MLA Gajendra Yadav)ने विधायक बनने के बाद भी अपनी छत्तीसगढ़ी संस्कृति और माटी से जुड़ाव बनाए रखा है। विधायक गजेंद्र यादव ने यह साबित कर दिया है कि एक नेता का पद उन्हें अपनी जड़ों से दूर नहीं कर सकता। वे अब भी अपने खेत में खुद मेहनत करते हैं, ट्रैक्टर चलाते हैं और धान की बुवाई में सक्रिय भागीदारी निभाते हैं।

 


सावन के महीने में विधायक ने अपने खेत की मताई की और बनिहार से खाद की जानकारी लेकर खेत का भ्रमण किया। उन्होंने समय पर निंदाई करने के निर्देश भी दिए। उनकी इस सक्रियता ने यह संदेश दिया कि वे अपनी संस्कृति और मूल कार्य को कभी नहीं छोड़ सकते, चाहे कितनी भी ऊंचाइयों तक पहुंच जाएं।(Chhattisgarh MLA Gajendra Yadav)

 

हाल ही में लगातार हो रही बारिश के बाद खेती का काम तेजी से बढ़ा है। विधायक गजेंद्र यादव ने गांव में बनिहार बुलाकर खेतों में रोपा लगाने का कार्य शुरू किया। आज सुबह, उन्होंने स्वयं ट्रैक्टर चलाकर लगभग 2 एकड़ खेत को रोपा लगाने के लिए तैयार किया। जबकि आमतौर पर बड़े पदों पर आने के बाद लोग अपनी जमीन को किराये पर दे देते हैं, विधायक यादव ने अपनी खुद की देखरेख में खेती करने का संकल्प लिया है।

 

गजेंद्र यादव का कहना है, “हम कितने भी सफल हो जाएं, अपनी संस्कृति, माटी और मूल कार्य को नहीं छोड़ना चाहिए। मैं किसान परिवार से हूं और खेती किसानी मेरे जीवन का हिस्सा है।” उन्होंने अपने गृह ग्राम अहिवारा और माटरा में खेतों का दौरा कर बनिहार के साथ काम भी किया। उनका किसान परिवार से होना यह सुनिश्चित करता है कि वे किसानों की समस्याओं को अच्छे से समझते हैं और उनके साथ मिलकर काम करने की इच्छा रखते हैं। यह किसानों के लिए प्रेरणा और उत्साह का स्रोत है।

By Ankit

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