रायपुर, 25 फरवरी नया रायपुर कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है।जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) के द्वारा बी प्लस रेंक की मान्यता प्रदान की गयी है।यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में उच्चस्तरीय 101-150 विश्वविद्यालयों में शामिल है। कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से मान्यता प्रदान की गयी है। कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा होटल सयाजी में आयोजित ‘इमोशनल इंटेलिजेंस ऑफ कॉलेज टीचर्स’ विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ एफडीपी में बड़ी संख्या में शहर के विभिन्न प्रमुख विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के फैकल्टीज ने हिस्सा लिया और अपने अनुभव साझा किए। पहले सत्र के लिए रिसोर्स पर्सन कलिंगा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ आर श्रीधर थे, जबकि दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता डॉ अभिषेक त्रिपाठी, डीन ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स थे।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदन व दीप प्रज्वलन से हुई। वाणिज्य और प्रबंधन की सहायक प्रोफेसर सुश्री जैस्मीन जोशी ने कलिंगा विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दी। सुश्री शिंकी पाण्डेय ने गणमान्य व्यक्तियों का परिचय दिया तथा उनका स्वागत किया।
डॉ आर श्रीधर ने इमोशनल इंटेलिजेंस पर पहला सत्र शुरू किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक भावनात्मक रूप से बुद्धिमान शिक्षक शिक्षण को बेहतर बनाने के लिए भावनात्मक कौशल सीखता है और लागू करता है। यह तनाव प्रबंधन कौशल, निर्णय लेने के कौशल में मदद करता है, नेतृत्व की गुणवत्ता विकसित करता है, समय प्रबंधन सिखाता है और व्यक्तित्व का विकास करता है। उन्होंने प्राथमिक और द्वितीयक संवेगों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि नकारात्मक भावनाएं कम उम्र में बीमारी का कारण बनती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक आदर्श शिक्षक में शिक्षण और सीखने की पद्धति, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और विषय विशेषज्ञता का संयोजन होना चाहिए। इंटरएक्टिव सेशन के दौरान उन्होंने कई सवाल पूछे जिनका जवाब प्रतिभागी शिक्षकों ने दिया।
दूसरे सत्र को डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, सर्टिफ़ाइड इमोशनल इंटेलिजेंस प्रैक्टिशनर, कॉम्प्लिमेंटरी थेरेपिस्ट एक्रेडिटेड एसोसिएशन (सीटीएए) यूएसए ने संबोधित किया। उन्होंने आत्म जागरूकता, सहानुभूति, सामाजिक कौशल, आत्म नियमन और प्रेरणा के साथ भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर व्याख्यान दिया। प्रतिभागी संकायों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए और एफडीपी से संबंधित उनकी प्रतिक्रिया और अनुभव दर्ज किए गए। शिक्षक सत्र का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित थे। प्रमुख विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के एक सौ से अधिक शिक्षकों को कार्यक्रम से लाभ हुआ।
कलिंगा विश्वविद्यालय से श्री अभिषेक शर्मा, निदेशक मार्केटिंग, श्री जे विशाल, सुश्री गरिमा सोनवानी, सुश्री जैस्मीन जोशी, सुश्री शिंकी पांडे, श्री शेख अब्दुल कादिर, श्री यूनुस रिजवी और टीम के सदस्य होटल सयाजी में कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।