छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का असर बढ़ता जा रहा है। हर दिन 10 से 12 नए मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में जांच और इलाज की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने कहा है कि सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने, मास्क पहनने और लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल पहुंचने की सलाह दी गई है। पिछले एक महीने में इस बीमारी से 18 लोगों की मौत हो चुकी है, और 300 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं।(chhattisgarh swine flu)
सबसे ज्यादा मरीज बिलासपुर में : बिलासपुर जिले में अब तक 8 लोगों की मौत हुई है और 108 मरीज मिले हैं। रायपुर में 85 मामले सामने आए हैं।जांजगीर-चांपा, राजनांदगांव, दुर्ग, बीजापुर, धमतरी और महासमुंद से भी कई मरीज मिल रहे हैं। फिलहाल 112 मरीजों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है, और 13 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। राज्य में स्वाइन फ्लू का पहला मामला जुलाई के पहले हफ्ते में सामने आया था।(chhattisgarh swine flu)
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स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि अगर स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखें, तो तुरंत जांच करानी चाहिए। इलाज में देरी से जान का खतरा हो सकता है। जिन मरीजों की मौत हुई है, वे देरी से अस्पताल पहुंचे थे। जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 104 पर 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है।
स्वाइन फ्लू की जानकारी
स्वाइन फ्लू एक वायरस से फैलने वाली बीमारी है, जो खांसने या छींकने से एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलती है। इसे रोकने के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में भी विशेष वार्ड तैयार किए गए हैं।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
इस बीमारी के लक्षण सामान्य फ्लू की तरह होते हैं, जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द और थकान। कुछ लोगों को उल्टी और दस्त की भी समस्या हो सकती है।